अनिरुद्ध गुप्ता हिंदुस्तान इंकलाब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और देशभर में सामाजिक न्याय, संवैधानिक अधिकारों और जनसत्ता आधारित लोकतंत्र के बुलंद आवाज एक प्रभावशाली और क्रांतिकारी जमीनी नेता के रूप में पहचाने जाते हैं। वे उस राजनीति के प्रतीक हैं जो वंशवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार से ऊपर उठकर कुंभकर्णी निद्रा में सोए हुए शोषित पीड़ित वंचित समाज को जागते हुए लोगों को उनके शिक्षा सुरक्षा न्याय समाजिक मौलिक अधिकारों की लड़ाई सड़कों से लड़ने को प्रेरित करते हुए उनके मुद्दों की मुखर आवाज़ बनते है !
महत्मा गांधीजी की कर्मभूमि पूर्वी चंपारण के एक छोटे से गांव में एक किसान परिवार में जन्मे अनिरुद्ध गुप्ता जी का बचपन संघर्षों से भरा रहा एक सामान्य परिवार में पले-बढ़े होने के कारण उन्होंने समाज की जमीनी सच्चाइयों को नज़दीक से महसूस किया। प्रारंभिक शिक्षा गाँव में और आगे की पढ़ाई गवर्मेंट स्कूलों से हुई!! शुरू से ही वे शहीद भगत सिंह जननायक कर्पूरी ठाकुर और शेरे हिंदुस्तान जगदेव बाबू के संघर्ष को पढ़ते हुए बड़े हुए!!
नाम: अनिरुद्ध गुप्ता
जाति: कानू
वर्ण: वैश्य
जन्म तिथि: 06/09/1990
जन्मस्थान: पूर्वी चंपारण, बिहार
पेशा: व्यवसाई और किसानी
वर्ग: स्टेट गवर्मेंट (EBC इबीसी), सेंट्रल गवर्मेंट (OBC ओबीसी)
धर्म: हिंदू
भगत सिंह, महत्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, राममनोहर लोहिया, शेर हिंदुस्तान जगदेव प्रसाद कुशवाहा, जननायक कर्पूरी ठाकुर, हरि साह कानू
ज्योतिबा सावित्रीबाई फुले, फातिमा शेख, शाहू जी महराज, बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर, बीपी मंडल, अब्दुल कलाम आजाद, फूलन देवी, बंसी चाचा
अनिरुद्ध गुप्ता राजनीति को जनसेवा का माध्यम मानते हैं, न कि सत्ता का साधन।
उनकी राजनीति की पांच मुख्य धारणाएँ हैं:
समाज के हर वर्ग को सत्ता में भागीदारी।
हर नीति और पद का सीधा उत्तरदायित्व जनता के प्रति।
बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान में आस्था और उसकी रक्षा।
शेरे हिंदुस्तान जगदेव प्रसाद कुशवाहा और जननायक कर्पूरी ठाकुर के सपनो का बिहार बनाना!
देश प्रदेश के शोषित पीड़ित वंचित समाज और वर्ग की सामाजिक आर्थिक शिक्षा सुरक्षा न्याय और अधिकार की लड़ाई लड़ना!
हिंदुस्तान इंकलाब पार्टी
राष्ट्रीय ओबीसी मोर्चा बिहार
कानू कल्याण मोर्चा बिहार (फाउंडर और पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष)
बिहार के जनता जनार्दन के हक और अधिकार लिए किए गए जन आंदोलन:
बिहार सरकार के द्वारा दिए गए 65% आरक्षण की लड़ाई को लीड करते हुए पटना गर्दनी बाग में धरनागत हुए और पुलिसिया लाठी का शिकार हुए!
प्रदेश भर में हो रहे एससी एसटी एबीसी ओबीसी पसमांदा अल्पसंख्यक समुदाय के भाइयों की हो रही निर्मम हत्या और बहनों से होते दुष्कर्म के विरोध में प्रदेश के अनेकों जिलों में धरना प्रदर्शन और आक्रोश मार्च को लीड करते हुए लड़ाई लड़ना!!
TRE - 3 शिक्षक अभ्यर्थियों के अधिकारों गर्दनी बाग आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाते हुए आंदोलरत्त हुए
जन वितरण प्रणाली (डीलर) के संगठन फेयर प्राइस डीलर एसोसिएशन का बिहार सरकार के खिलाफ हुए आमरन अनशन में मजबूती से गर्दनी बाग में धरनागत हुए!
70BPSC हुए पेपर लीक के खिलाफ हुए प्रोटेस्ट में एससी एसटी एबीसी ओबीसी वर्ग के BPSC अभ्यर्थियों के साथ मिलकर पेपर लीक के खिलाफ आंदोलन को सरकार के खिलाफ खरा करने में अहम भूमिका निभाते हुए 89 दिन गर्दनी बाग धरना स्थल पर लगातार संघर्ष करते हुए पटना Jp गोलंबर पर बिहार सरकार के बर्बरता पूर्ण पुलिसिया लाठी का शिकार होते हुए हॉस्पिटलाइज हुए जिसमें घुटना और हाथों में फैक्चर हुआ!!
जीविका दीदी के प्रमुख मांगो को लेकर अनगिनत बार बिहार सरकार के खिलाफ जीविका संगठनों से मिलकर उनकी आंदोलन में मुख्य भूमिका निभाते हुए उनकी तनख्वाह डबल करवाई!
अनिरुद्ध गुप्ता का लक्ष्य है बिहार का नव निर्माण जहाँ अवसर जन्म से नहीं, योग्यता से तय हों। जहाँ युवा डिग्री लेकर रोजगार की तलाश में न भटके। जहाँ बेटी और बेटे में कोई फर्क न हो। जहाँ संविधान किताब में नहीं, ज़मीन पर ज़िंदा हो।
"संघर्ष ही हमारी है पहचान हैं हमारी पहली पीढ़ी जगदेव बाबू के रूप में मारी जा चुकी है हमारी दूसरी पीढ़ी के क्रांतिकारी नेता जेलो में कैद हैं हम तीसरी पीढ़ी हैं और यह देश हमारा है और हम इस देश के शासक हैं जो आज भी अपने पूर्वजों के सपनो का देश प्रदेश बनाने के लिए सड़कों पर संघर्ष कर रहे हैं!"
"राजनीति और समाजिक परिवेश बदलनी है, तो सोए हुए समाज को कुंभकर्णी निद्रा से जगाना ही होगा।"
"हक़ मांगो नहीं, बल्कि वह तुम्हारा अधिकार है तुम उसे छीन लो – लेकिन संविधान के रास्ते!"
"हम लड़ेंगे//हम जीतेंगे"
पटना, बिहार, इंडिया